संपर्क : 9259436235
Theory (शास्त्र)
सीनियर डिप्लोमा (III Year) - गायन (शास्त्र पाठ्यक्रम )
Submitted by raagparichay on 9 May 2022 - 11:50pm क्रियात्मक परीक्षा १०० अंकों कि तथा शास्त्र का एक प्रश्न-पत्र ५० अंकों का।
पिछले वर्षों सम्पूर्ण पाठ्यक्रम भी इसमें सम्मिलित है।
Read More : सीनियर डिप्लोमा (III Year) - गायन (शास्त्र पाठ्यक्रम ) about सीनियर डिप्लोमा (III Year) - गायन (शास्त्र पाठ्यक्रम )
भरतनाट्यम (II Year) - (शास्त्र पाठ्यक्रम )
Submitted by raagparichay on 27 June 2020 - 12:36pm1. अलारिपु तथा यतिस्वरम् का अर्थ सहित पूर्ण ज्ञान।
2. सप्त तालों का साधारण परिचय।
3. भरत नाट्यशास्त्र के निम्न 10 संयुक्त मुद्राओं के श्लोक तथा उनका अर्थ सहित पूर्ण ज्ञान - अंजली, कर्पात, पुशपुट, शिवलिंग, करकट, कटकावर्धन, श्ांख, स्वस्तिका, शकट और चक्र।
4. रूक्मिणि देवी अरूण्डेल तथा बाला सरस्वती की जीवनी तथा भरतनाटयम में उनका योगदान।
5. भरतनाट्यम का संक्षिप्त इतिहास।
6. ध्वनि, ध्वनि की उत्पत्ति, कम्पन, आंदोलन, आंदोलन संख्या तथा नाद की संक्षिप्त व्याख्या।
भरतनाट्यम (I Year) - (शास्त्र पाठ्यक्रम )
Submitted by raagparichay on 26 June 2020 - 12:35pm1. भरतनाट्यम के तालों में से तिस्त्रम, रूपकम, आदि ताल चम्पू या मिश्र ताल का ज्ञान (3, 6, 8, और 7 मात्राओं के, अट्टा ताल 14 मात्राओं के तथा जम्पू ताल 10 मात्राओं के त्रिपुट ताल के चतस्व जाति का विशेष ज्ञान, जैसे - आदि ताल 8 मात्रा और रूपक चतस्त्र जाति 6 मात्रा)।
2. ताल को 5 जातियों (तिस्त्र, चतुस्त्र, खण्ड, मिश्र तथा संकीर्ण) तथा 3 लयों (लघु, द्रुत और अनुद्रुत) का ज्ञान।
3. अडवु की परिभाषा, 15 प्रकार तथा हर प्रकार के पद संचालन का ज्ञान।
Read More : भरतनाट्यम (I Year) - (शास्त्र पाठ्यक्रम ) about भरतनाट्यम (I Year) - (शास्त्र पाठ्यक्रम )
भरतनाट्यम (संगीत प्रवेशिका) - (शास्त्र पाठ्यक्रम )
Submitted by raagparichay on 23 June 2020 - 3:33pm1. परिभाषा - ताल की पाँच जातियाँ, तिस्त्रम्, रूपकम् तथा आदि ताल। Read More : भरतनाट्यम (संगीत प्रवेशिका) - (शास्त्र पाठ्यक्रम ) about भरतनाट्यम (संगीत प्रवेशिका) - (शास्त्र पाठ्यक्रम )
भाव संगीत (IV Year) - (शास्त्र पाठ्यक्रम )
Submitted by raagparichay on 15 March 2020 - 11:19am1. गीत के प्रकार - टप्पा, ठुमरी, तराना, तिरवट, चतुरंग, भजन, गीत तथा ग़ज़ल का विस्तृत वर्णन। राग.रागिनी पद्धति, आधुनिक आलाप.गायन की विधि, तान के विविध प्रकारों का वर्णन, विवादी स्वर का प्रयोग, निबद्ध गान के प्राचीन प्रकार (प्रबन्ध, वस्तु आदि), धातु, अनिबद्ध गान, अध्वदर्शक स्वर।
2. 22 श्रुतियों का स्वरों में विभाजन (आधुनिक और प्राचीन मतों का तुलनात्मक अध्ययन), खिंचे हुए तार की लम्बाई का नाद के ऊँचे.नीचेपन से सम्बन्ध।
Read More : भाव संगीत (IV Year) - (शास्त्र पाठ्यक्रम ) about भाव संगीत (IV Year) - (शास्त्र पाठ्यक्रम )