गायकी के 8 अंग (अष्टांग गायकी)
Submitted by Anand on 10 May 2020 - 7:21pmवातावरण पर प्रभाव डालने के लिये राग मे गायन, वादन के अविभाज्य 8 अंगों का प्रयोग होना चाहिये। ये 8 अंग या अष्टांग इस प्रकार हैं - स्वर, गीत, ताल और लय, आलाप, तान, मींड, गमक एवं बोलआलाप और बोलतान। उपर्युक्त 8 अंगों के समुचित प्रयोग के द्वारा ही राग को सजाया जाता है।
1. स्वर - Read More : गायकी के 8 अंग (अष्टांग गायकी) about गायकी के 8 अंग (अष्टांग गायकी)