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संगीत प्रभाकर (V Year) - कत्थक (शास्त्र पाठ्यक्रम )
1. परिभाषा तथा व्याख्या - उरप, पुरप, तिरप, कसक, मकस, कटाक्ष, घूंघट, उरमई, सुरमई, लाग.डांट, जातिपरन, पक्षी.परन, बोल.परन, गत.निकास, गत.तोड़ा, गत.भाव, ग्रिवा.भेद, दम.बेदम तथा गति.भेद।
2. निम्नलिखित विषयों का अध्ययन। परम्परागत वेशभूषा, सफल नृत्य प्रदर्शन की आवश्यकताएं, घुंघरूओं का चुनाव, नृत्यकार के गुण अवगुण, नौ रस की पूर्ण व्याख्या एवं नृत्य में उनका उपयोग, वेष सज्जा (उांम नच), दृष्टि भेद, दिशाओं का ज्ञान।
3. नृत्य के लखनऊ, जयपुर और बनारस घरानों का तुलनात्मक तथा विस्तृत अध्ययन।
4. नायक.नायिका भेद का ज्ञान।
5. महाराज ठाकुर प्रसाद, महाराज ईश्वरी प्रसाद, शंकर नम्बूदीपाद तथा रूकमणि अरुडेल की जीवनियों का अध्ययन।
6. लक्ष्मीताल, ब्रह्मताल, जत, अद्धा तथा झूमरा का पूर्ण परिचय एवं इन्हें विभिन्न लयकारियों में ताललिपि में लिखने की क्षमता।
7. खमाज, काफी, तिलंग तथा बिहाग का पूर्ण परिचय।
8. ध्रपद, धमार, खयाल, टप्पा, ठुमरी तथा भजन आदि गायन शैलियों का पूर्ण ज्ञान।
9. भारत की अल्प ज्ञात शास्त्रीय नृत्य शैलियों, जैसे - ओड़िसी, कुच्चिपुड़ी आदि का परिचयात्मक ज्ञान।