संपर्क : 9259436235
सीनियर डिप्लोमा (III Year) - कत्थक (क्रियात्मक पाठ्यक्रम )
1. तीनताल में 2 कठिन ततकार हस्तकों सहित, दो नये थाट, एक सलामी, एक आमद, 5 कठिन तोड़े, एक परन तथा एक चक्करदार परन। ततकार को पैर से ठाह, दुगुन, तिगुन तथा चौगुन लयों में निकालना तथा हाथ से ताली देकर बोलने का अभ्यास।
2. झपताल में दो तत्कार - पलटों और हस्तकों सहित, एक चक्करदार तोड़ा, 2 कठिन तोड़े तथा दो तिहाइयाँ।
3. एकताल में दो थाट, एक सलामी, एक आमद, चार ततकार हस्तक सहित, 4 तोड़े तथा दो तिहाइयाँ।
4. सूलताल में दो ततकार तथा दो तोड़े।
5. तीनताल में दो घूंघट का गतभाव।
6. तीवरा, चारताल, सूलताल तथा धमार को ठाह, दुगुन तथा चौगुन लयों में हाथ से ताली देकर बोलना तथा पैर से इन ठेकों के तत्कार को तीनों लय में निकालना।
7. दो विशेष लोकनृत्य।